राजस्थान के जिला दर्शन Rajsthan Jeela Drshn Ajmer पुष्कर झील

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Rajsthan Jeela Drshn Ajmer राजस्थान के इतिहार मे अहम भूमिका निभाने वाला जिला जो की राजस्थान का हदये कहलाने वाला जिला अजमेर के बारे मे आज महत्व पूर्ण तथ्य देखने वाले है। जिन के बारे मे आज सभी विस्तार से देखने वाले है, Rajsthan Jeela Drshn Ajmer अजमेर जिले का इतिहास केस रहा है, सभी जानकारी देखने वाले है इस आर्टिकल के अंदर।

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Rajsthan Jeela Drshn Ajmer

राजस्थान का मध्य भारत का मक्का राजस्थान के प्रथम पूर्ण साक्षर जिले के पुरस्कार में सम्मानित हुए सांप्रदायिक सद्भाव का संगम राजस्थान के हद्यय व भारत के मक्का एवं धर्म नगरी आदि अनेक नामों से प्रसिद्ध अजमेर नगर की स्थापना चौहान राजा अजयराज ने 1113 अश्विनी की परंतु अजमेर दुर्ग की स्थापना सातवीं सदी में चौहान राजा अजयराज द्वारा की गई थी यहां के चौहान शासक पृथ्वीराज तृतीय तराईन के दूसरे युद्ध सन 1192 में मोहम्मद गोरी से हार जाने के बाद यहां मुस्लिम शासक की स्थापना हुईअजमेर दिल्ली सुल्तान के अधीन हो गया ।

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Rajsthan Jeela Drshn Ajmer

अंग्रेजी शासन के दौरान यहां अर्जेंट टू गवर्नमेंट जनरल का कार्यकाल सर्वप्रथम सन 1832 में अजमेर में स्थापित किया गया था जो बाद में अट्ठारह सौ सत्तावन ईसवी में माउंट आबू स्थानांतरित हो गया अकबर द्वारा सन 1857 में अजमेर को मुस्लिम साम्राज्य में मिला लिया गया था Rajsthan Jeela Drshn Ajmer इसे एक सुबा बनाकर इसे राजपूताना व गुजरात के नियंत्रण हेतु मुख्यालय बना लिया। 

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Rajsthan Jeela Drshn Ajmer इंग्लैंड के शासक जेम्स प्रथम के दूध सर काम स्वरूप 22 दिसंबर 1615 को अजमेर आ गए थे उन्होंने जहांगीर से अकबर के किले में 10 जनवरी 1616 को मुलाकात की थी एवं भारत में ईस्ट इंडिया कंपनी के व्यापार करने की अनुमति प्राप्त की थी औरंगजेब द्वारा उत्तराधिकार का अंतिम युद्ध अजमेर के निकट दौरा स्थान पर जीता था

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  • अजमेर जिले का क्षेत्रफल 8481 वर्ग किलोमीटर है
  • राजस्थान के मध्य में स्थित अजमेर जिले की उत्तरी सीमा नागौर व जयपुर पूर्वी सीमा टोंक दक्षिणी सीमा भीलवाड़ा तथा राजसमंद तथा पश्चिमी सीमा पाली जिले को स्पर्श करती है
  • पश्चिमी राजस्थान की सर्वाधिक महत्वपूर्ण नदी लूनी नदी का उद्गम स्थान अजमेर जिले की नाग पहाड़ियां

राजस्थान के अजमेर जिले में प्रमुख मेले का त्योहार:-

  • पुष्कर का मेला पुष्कर में लगता है
  • कल्पवृक्ष का मेला मांगलियावास में लगता है
  • ख्वाजा साहब का उर्स अजमेर में भरता है

राजस्थान के प्रमुख मंदिर अजमेर में:-

Rajsthan Jeela Drshn Ajmer ब्रह्मा मंदिर, रंगनाथ जी का मंदिर, सावित्री जी का मंदिर, गायत्री मंदिर, वराह मंदिर पुष्कर, सोनी जी नाथ श्याम लाल मंदिर, रामदेवरा,  खोड़ा गणेश, श्री मसानिया भैरव धाम राजगढ़ ,अजमेर नारेली कव्वाल पीठ दधिमती ,अंतर की छतरियां ,काचरिया मंदिर एवं नवग्रह मंदिर सलेमाबाद रमा बैकुंठ मंदिर लघु पुष्कर थानेश्वर ढाणी बाटा

अजमेर जिले में दर्शनीय स्थल/Rajsthan Jeela Drshn Ajmer

तारागढ़ दुर्ग अजमेर दुर्ग

अजमेर दुर्ग गढ़ बिठली का निर्माण बिजली पहाड़ी पर चौहान शासक अजयराज द्वारा सातवीं सदी में करवाया गया था यहां मीनार साहब की दरगाह है

मैगजीन का किला

अकबर द्वारा 1527 वन में निर्मित यह किला मुगल काल के साथ-साथ ब्रिटिश काल में राजनीतिक सर्दियों का केंद्र रहा है यह किला मुस्लिम शैली में निर्मित राज्य का एकमात्र किला है इसे अकबर का दौलत खाना भी कहा जाता है

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डाई दिन का झोपड़ा

प्रथम चौहान सम्राट बीसलदेव द्वारा निर्मित संस्कृत पाठशाला जिसे शहाबुद्दीन मोहम्मद गौरी के सेनापति कुतुबुद्दीन ऐबक ने 1206 से 1210 ईसवी के मध्य ढाई दिन के झोपड़े में परिवर्तित कर दिया तभी से इसका नाम चेंज हो गया

आनासागर झील:-

पृथ्वीराज के दादाजी आना जी महाराज द्वारा 1135 से 1150 के मध्य निर्मित झील इसमें बांडी नदी का पानी आता है यहां सम्राट जहांगीर द्वारा दौलत बाग एवं बादशाह है सहन जा द्वारा 1626 इसमें संगमरमर की बहादुरी का निर्माण करवाया गया है इसके किनारे बजरंगगढ़ पहाड़ी पर हनुमान जी का मंदिर है

फायसागर झील

सन 18091,92 में अकाल राहत कार्यों के अधीन अभियान श्री फाय द्वारा निर्मित इसमें बांडी नदी का जल एकत्रित होता है

अन्य स्थल

मांगलियावास घोड़े की मजार जुबली क्लॉक टावर गैरों का तोरण द्वार अब्दुल खान का मकबरा टुकड़ा का मकबरा चश्मे नूर पंचकुंड शेरे चश्मा फुल सागर की तालाब हैप्पी वैली पितांबर की गल बैजनाथ सूर्य उडान डिग्गी तालाब सरवाड़ तिलोनिया शोकलिया रावली टॉडगढ़ दादाबाड़ी

पुष्कर झील अजमेर/Rajsthan Jeela Drshn Ajmer

Rajsthan Jeela Drshn Ajmer अजमेर शहर के उत्तर प्रश्न शहर के उत्तर पश्चिम में 11 किलोमीटर दूरी पर स्थित हिंदुओं का प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है पुष्कर झील में 52 घाट है जहां ब्रह्मा जी का भव्य मंदिर है पुष्कर को हिंदुओं के पांच प्रमुख तीर्थ में सबसे पवित्र माना गया है पुष्कर में प्रतिवर्ष कार्तिक सुलग एकादशी से पूर्णिमा तक राजस्थान का सबसे बड़ा सांस्कृतिक मेला पुष्कर मेला भारत में लगता है राजा मानसिंह द्वारा निर्मित

ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह/Rajsthan Jeela Drshn Ajmer

हजरत शेख उस्मान हारुनी के शिष्य व भारत में सूफी संत के चिश्ती सिलसिले के संस्थापक ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह सभी संप्रदायों में लोगों का आस्था स्थल है एवं सांप्रदायिक सद्भाव का जीवित उदाहरण है पृथ्वीराज चौहान के काल में भारत आए और अजमेर को अपने कार्यस्थल बनाना इनके गुरु ख्वाजा उस्मान हारुनी थे 1233 इसमें ख्वाजा साहब का इंतकाल हुआ।

ख्वाजा साहब का विशाल उर्स भरता है जो सांप्रदायिक सद्भाव का अनूठा उदाहरण है प्रतिवर्ष ख्वाजा साहब के उर्स के करीब 1 सप्ताह पूर्व बुलंद दरवाजे पर भीलवाड़ा के गोरी परिवार द्वारा झंडा चढ़ाने की रस्म बड़ी धूमधाम से पूरी की जाती है साहिब जाने मस्जिद दरगाह है कि इस इमारत का निर्माण सांझा द्वारा सन 1638 में करवाया गया था

महत्वपूर्ण तथ्य/Rajsthan Jeela Drshn Ajmer

  • अजमेर जिले में किशनगढ़ मार्बल की मंडी है
  • राजस्थान की प्रथम सूती कृष्णा मेन ब्यावर में सेठ दामोदर व्यास द्वारा स्थापित की गई थी
  • पुष्कर में गुलाब की खेती व गुलकंद उद्योग स्थापित है
  • ब्यावर में श्री सीमेंट लिमिटेड स्थापित है
  • नारायण सागर बांध ब्यावर के पास जालिया ग्राम में खारी नदी पर बना यह अजमेर जिले का सबसे बड़ा सीन साईं बांध इसकी न्यूज़ 31 अक्टूबर 1955 में तत्कालीन राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद ने रखी
  • राजस्थान में 1857 की क्रांति का श्रीगणेश अजमेर की नसीराबाद छावनी से हुआ था
  • मुगल काल में ऐसे राजपूताना का नाका कहा जाता है ब्रिटिश काल में से राजपूताना की चाबी कहा जाता था
  • होली बायोग्राफी ख्वाजा साहब की जीवनी जिसमें दरगाह है इससे जुड़ी इमारतों का भी उल्लेख किया गया है इसके लेखक मिर्जा वही रुदीने देख हैं

दोस्तों मेने आपको इस आर्टिकलके माध्यम से जो राजस्थान के जिला दरसनो को स्टार्ट किया है वो आपको पसंद आया होगा हम आपको बता दे की जितने भी राजस्थान के जिले है उन सभी को हम स्टेप टू स्टेप पढ़ने वाले है

आप सभी तक राजस्थान  का इतिहास और भ्गोल एवं संस्कृति को भी पड़ने वाले है इस प्रकार हम आपको सभी जानकारी ऐसे ही आर्टिकल के माध्यम से पहुंचने वाले है साथ में और भी जानकारी आपको मिलती रहेगी

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